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Chapter summaries

The Monkey and the Crocodile summary

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Summary

The Monkey and the Crocodile

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Chapter notes

“द मंकी एंड द क्रोकोडाइल” एक रोचक और शिक्षाप्रद कहानी है जो दोस्ती की सच्चाई, लालच के खतरे और बुद्धिमानी की ताकत को बहुत सरल तरीके से समझाती है। यह कहानी जंगल और नदी की पृष्ठभूमि में घटती है, जहाँ एक भला बंदर, एक मगरमच्छ और उसकी लालची पत्नी मुख्य पात्र हैं। कहानी दिखाती है कि जब लालच और स्वार्थ रिश्तों में आ जाते हैं, तो इंसान (या जीव) धोखा दे सकता है। साथ ही यह भी सिखाती है कि कठिन समय में उपस्थित बुद्धि और सूझ-बूझ जीवन बचा सकती है।

कहानी की शुरुआत एक जंगल से होती है, जहाँ नदी के किनारे एक बड़ा जामुन का पेड़ खड़ा है। इस पेड़ पर एक बंदर रहता है। पेड़ पर मीठे और रसीले जामुन लगे होते हैं और बंदर उन्हीं को खाकर खुशी से जीवन बिताता है। एक दिन नदी में रहने वाला एक मगरमच्छ उस पेड़ के पास आता है। वह भूखा और थका हुआ होता है। बंदर उसे देखकर दया और मित्रता दिखाता है और उसे मीठे जामुन खाने के लिए देता है। मगरमच्छ जामुन खाता है और उसकी मिठास से बहुत खुश हो जाता है। उसे इतना स्वादिष्ट फल पहले कभी नहीं मिला था। वह बंदर का आभारी हो जाता है और फिर नियमित रूप से जामुन खाने के लिए आने लगता है।

धीरे-धीरे बंदर और मगरमच्छ के बीच गहरी दोस्ती हो जाती है। बंदर हर बार मगरमच्छ को सबसे अच्छे जामुन खिलाता है और मगरमच्छ भी बंदर के साथ बैठकर बातें करता है। वह नदी और अपने रहने के स्थान की कहानियाँ सुनाता है। दोनों समय बिताते हैं, हँसते हैं और एक-दूसरे पर भरोसा करते हैं। मगरमच्छ बंदर की अच्छाई से प्रभावित होकर उसे सच्चा दोस्त मानने लगता है। इस भाग में कहानी यह बताती है कि सच्ची दोस्ती अलग-अलग स्वभाव वाले लोगों के बीच भी हो सकती है, बस उसमें प्यार और ईमानदारी होनी चाहिए।

कुछ दिनों बाद मगरमच्छ अपने घर जामुन ले जाने लगता है ताकि उसकी पत्नी भी खा सके। उसकी पत्नी जामुन खाकर बहुत खुश होती है और पूछती है कि इतने मीठे फल कहाँ से आए। मगरमच्छ गर्व से बताता है कि उसका दोस्त बंदर उसे जामुन देता है। पत्नी पहले तो खुश होती है, लेकिन उसका स्वभाव लालची होता है। वह सोचती है कि अगर जामुन इतने मीठे हैं, तो जो बंदर रोज़ यह फल खाता है उसका दिल भी बहुत मीठा होगा। उसका लालच बढ़ जाता है और वह चाहती है कि बंदर का दिल खाया जाए। इसलिए वह अपने पति से कहती है कि बंदर को लाओ ताकि मैं उसे मारकर उसका दिल खा सकूँ।

मगरमच्छ यह सुनकर चौंक जाता है। वह बंदर को अपना सच्चा दोस्त मानता है और उसे नुकसान नहीं पहुँचाना चाहता। वह पत्नी को समझाने की कोशिश करता है कि बंदर ने हमेशा हमारी मदद की है, वह हमारा मित्र है। लेकिन पत्नी मानने को तैयार नहीं होती। वह धमकी देती है कि अगर बंदर का दिल नहीं लाए तो वह भूख हड़ताल करके मर जाएगी। पत्नी की जिद और लालच के सामने मगरमच्छ कमजोर पड़ जाता है। वह दोस्ती और पत्नी के दबाव के बीच फँसकर आखिरकार धोखे के लिए तैयार हो जाता है। यह भाग दिखाता है कि गलत मांगों के सामने झुकना और लालच में आकर नैतिकता खो देना कितना खतरनाक है।

अगले दिन मगरमच्छ बंदर के पास जाता है और उसे बड़े प्यार से अपने घर खाने पर बुलाता है। वह कहता है कि उसकी पत्नी तुम्हें मिलना चाहती है और तुम्हारे लिए भोजन बनाया है। बंदर अपने दोस्त पर पूर्ण भरोसा करता है, इसलिए खुशी-खुशी तैयार हो जाता है। मगरमच्छ की गुफा नदी के अंदर होती है, इसलिए बंदर मगरमच्छ की पीठ पर बैठकर नदी पार करने लगता है। नदी के बीच पहुँचकर मगरमच्छ की अंतरात्मा उसे परेशान करती है और वह सच बता देता है कि उसकी पत्नी बंदर का दिल खाना चाहती है।

बंदर यह सुनकर डर जाता है, लेकिन घबराता नहीं। वह अपनी बुद्धि से काम लेता है। वह शांत होकर कहता है, “तुमने मुझे पहले क्यों नहीं बताया? मैं अपना दिल पेड़ पर ही छोड़ आया हूँ। चलो वापस चलते हैं, मैं दिल लेकर आता हूँ।” मगरमच्छ मूर्खता में यह बात सच मान लेता है। उसे लगता है कि सचमुच दिल पेड़ पर होगा। वह वापस पेड़ की ओर मुड़ जाता है। जैसे ही वे पेड़ के पास पहुँचते हैं, बंदर तुरंत पेड़ पर छलांग लगाकर ऊँची डाल पर चढ़ जाता है। अब वह सुरक्षित हो जाता है। वह मगरमच्छ को धोखा देने और दोस्ती तोड़ने के लिए डाँटता है। मगरमच्छ शर्मिंदा होता है और माफी माँगता है, लेकिन बंदर कह देता है कि जो दोस्त एक बार धोखा दे सकता है, वह फिर भी दे सकता है। वह मगरमच्छ को हमेशा के लिए दूर जाने को कहता है।

कहानी का निष्कर्ष बहुत मजबूत संदेश देता है। यह दिखाती है कि लालच रिश्तों को नष्ट कर देता है और धोखा दिलवा देता है। साथ ही यह भी सिखाती है कि संकट में साहस से ज्यादा जरूरी बुद्धि और सूझ-बूझ होती है। बंदर अपनी समझदारी के कारण बच जाता है, जबकि मगरमच्छ अपनी कमजोरी और लालच के कारण एक अच्छे दोस्त को खो देता है। कहानी यह भी बताती है कि गलत बात चाहे किसी अपने की हो, हमें उसका विरोध करना चाहिए। “द मंकी एंड द क्रोकोडाइल” इसलिए दोस्ती, विश्वास और बुद्धिमत्ता की यादगार सीख देने वाली कहानी है।